अक्षय तृतीया पर चंदन महोत्सव का महत्व बताया इस्कॉन मंदिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्यामदास प्रभु जी ने ||

इनसाइड कंट्री न्यूज़ (लखनऊ )इस्कॉन मंदिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्यामदास प्रभु जी ने बताया आज अक्षय तृतीया पर चंदन यात्रा महामहोत्सव का महत्व |श्री श्री राधा रमण बिहारी जी मंदिर (इस्कॉन) सेक्टर एफ सुशांत गोल्फ सिटी,अंसल,सुल्तानपुर रोड,मंदिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्यामदास प्रभु जी ने आज अक्षय तृतीया पर सभी शहर वासियों को बधाई दी एवम उन्होंने बताया कि आज के दिन का विशेष महत्व है क्योंकि लगभग 700 वर्ष पूर्व भगवान गोपाल जी के विग्रह ने वृंदावन में गौडीय वैष्णव परम्परा के महान आचार्य श्रीमान माधवेंद्र पुरी जी को स्वप्न में आकर जगन्नाथ पुरी जाकर वहां से चंदन लाकर उनके विग्रह को चंदन का लेप करने का आदेश दिया तत्पश्चात माधवेंद्र पुरी जी तत्काल पैदल ही वृंदावन से जगन्नाथ पुरी के लिए पैदल यात्रा पर निकले एवं गोपाल जी के श्री विग्रह को जगन्नाथपुरी से लाया हुआ चंदन लेप किया तब से यह दिवस चंदन यात्रा महोत्सव के रूप में मनाया जाता है प्रभु जी बताया की चूंकि भगवान पूर्ण है लेकिन भगवान भक्तों के भाव के भूखे हैं अतः चंदन यात्रा महोत्सव भक्तों का भगवान के प्रति प्रेम का आदान प्रदान है,प्रभु जी ने बताया कि यह चंदन लेप आज अक्षय तृतीया तिथि से प्रारंभ हो कर अगले 21 दिनों तक लगाया जाएगा।साथ ही प्रभु जी ने बताया की अक्षय तृतीया को कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं भी घटित हुईं,जैसे की आज ही के दिन,भगवान के अवतार परशुराम जी अवतरित हुए,आज ही के दिन गंगा जी का अवतरण हुआ,आज ही के दिन वेद व्यास जी एवं गणेश जी ने महाभारत महाकाव्य की रचना प्रारंभ की, आज ही के दिन बद्रीनाथ जी के दर्शन प्रारंभ होते हैं,आज के दिन से भगवान जगन्नाथ जी के रथ का निर्माण कार्य प्रारंभ होता है,आज ही के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने द्रोपदी को अन्न के रूप में कभी न खत्म होने वाला अक्षय पात्र भेंट दिया था, अंत प्रभु जी ने शहर निवासियों को इस्कॉन मंदिर आमंत्रित किया ताकि वे भी भगवान को अपने हाथों से चंदन घिस कर भगवान की सेवा कर यह दिव्य आनंद अगले 21 दिनों तक प्राप्त कर सकें।*